एयर कंडीशनर के आयात पर लगी रोक, मोदी सरकार ने दिया चीन को एक और बड़ा झटका
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में मोदी सरकार ने एक और कदम बढ़ाया है और चीन को बड़ा झटका दिया है। दरअसल, भारत में एसी का बाजार कुल 40 हजार करोड़ रुपये का है और भारत अपनी एसी की जरूरत का करीब 28% इम्पोर्ट (आयात) चीन से करता है। कई मामलों में तो एसी के 85 से 100% पार्ट्स इम्पोर्ट किए जाते हैं। चीन और थाईलैंड से मुख्य रुप से देश एयरकंडीशनर आयातक है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दोनों देशों से भारत का 9० प्रतिशततक सामान आयात होता है।केंद्र की मोदी सरकार ने घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रेफ्रिजरेंट्स के साथ आने वाले एयर कंडीशनर (AC) के आयात पर पाबंदी लगा दी है। मोदी सरकार के इस फैसले से चीन की सरकार के साथ-साथ वहां के कारोबारियों को भी बड़ा झटका लगेगा।
दरअसल विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा है कि ‘रेफ्रिजरेंट्स के साथ एयर कंडीशनर के आयात को लेकर नीति को संशोधित किया गया है। इसके तहत इसे मुक्त श्रेणी से हटाकर प्रतिबंधात्मक सूची में डाला गया है।’ स्प्लिट और विंडो या अन्य सभी तरह के एयरकंडीशनर के आयात पर रोक लगायी गई है। भारत में कई विदेशी कंपनियों ने अपने प्लांट लगा रखे हैं। उनके कारोबार पर इसका असर नहीं होगा।
बताते चलें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने जुलाई में टेलीविजन सेट के इम्पोर्ट पर रोक लगाई थी। हालांकि उसपर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई। जून में सरकार ने कार, बसों और मोटरसाइकिल में उपयोग होने वाले नये न्यूमैटिक टायर के आयात पर भी पाबंदी लगाई थी।