दिल्ली में कोरोना का कोहराम जारी
दिल्ली समेत देशभर में कोरोना (COVID-19) का कोहराम जारी है।दिल्ली में शुक्रवार को 3594 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वहीं, गुरुवार को 2790 और बुधवार को 1819 मामले दर्ज किए गए थे। शनिवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना के करीब 3500 से अधिक नए मामले मिलने और 10 और मरीजों मौतों की मौत से हड़कंप मच गया है। दिल्ली में अब संक्रमित मरीजों का कुल आंकड़ा बढ़कर 6.72 लाख को पार कर गया है। इसके साथ ही अब पॉजिटिविटी रेट भी बढ़कर 4.48 फीसदी पर आ गया है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, बीते 24 घंटे में जहां कोरोना के 3567 नए मरीज मिले हैं, वहीं 10 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों का कुल आंकड़ा बढ़कर 11060 हो गया है। बुलेटिन के अनुसार, आज 2904 मरीज कोरोना मुक्त होकर अपने घरों को भी लौट गए, जबकि कल यह संख्या 2084 थी। स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि दिल्ली में अब तक संक्रमितों की कुल संख्या 6,72,381 हो गई है और 6569 मरीज होम आइसोलेशन में हैं।
राजधानी में अब कोरोना वायरस संक्रमण के एक्टिव केस भी बढ़कर 12,647 हो गए हैं। वहीं, अब तक कुल 6,48,674 मरीज इस महामारी को मात देकर कोरोना मुक्त हो चुके हैं। इसके साथ ही अब तक मरने वालों की संख्या 11,060 हो गई है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, आज दिल्ली में कुल 79,617 टेस्ट किए गए हैं। इनमें से 57,296 आरटीपीआर/ सीबीएनएएटी / ट्रूनैट टेस्ट और 22,321 रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए। दिल्ली में अब तक कुल 14,820,857 जांचें हुई हैं और प्रति 10 लाख लोगों पर 7,80,045 टेस्ट किए गए हैं। इसके साथ ही अब दिल्ली में आज 280 से अधिक नए कंटेनमेंट जोन बनाए जाने के बाद इनकी संख्या भी बढ़कर 2618 पर पहुंच गई है, जबकि शुक्रवार को इनकी संख्या 2338 थी।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी में पॉजिटिविटी रेट भी अब बढ़ गया है। हम देश में सबसे ज्यादा टेस्टिंग कर रहे हैं। हम ट्रेसिंग भी कर रहे हैं और जो पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उनके पूरे परिवार की टेस्टिंग की जा रही है। जैन ने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में हम 5 गुना अधिक टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी जरूरी कदम उठा रही है। दिल्ली के अस्पतालों में 2/3 बेड अब भी खाली हैं और निजी अस्पतालों में बेड्स की संख्या 15% से बढ़ाकर 25% कर दी गई है।