भ्रष्‍टाचार में फंसे केजरीवाल, LG के आदेश पर ACB करेगी जांच

अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर संकट के बादल छंटते नजर नहीं आ रहे हैं। अभी कुमार विश्‍वास का प्रकरण खत्‍म भी नहीं हुआ था कि कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल पर भ्रष्‍टचार का आरोप लगाते हुए दिल्‍ली की राजनीति में सनसनी फैला दी। फ‍िलहाल मामले की गंभीरता को देखते हुए दिल्‍ली के उपराज्‍यपाल ने जांच के आदेश दिए है। आखिर क्‍या है पूरा मामला। पेश है एक रिपोर्ट ।

क्‍या है दिल्ली जल बोर्ड टैंकर घोटाला
1- चार सौ करोड़ रुपये का यह घोटाला उस समय चर्चा में आया जब कांग्रेस की शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री थीं। शीला 2013 तक मुख्यमंत्री रहीं।
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2- कथित घोटाले में निजी पानी के टैंकरों को किराए पर लेने में अनियमितताएं शामिल थीं, जो दिल्ली जल बोर्ड के पाइपलाइन नेटवर्क से बाहर थे।

3- जून 2015 में आम आदमी पार्टी सरकार ने इस घोटाले की जांच के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया। जिसमें जल मंत्री कपिल मिश्रा को मामले की जांच के लिए कमेटी का प्रमुख बनाया गया।
4- कमेटी ने 2015 अगस्त में अपनी रिपोर्ट सब्मिट की और बताया कि 400 करोड़ रुपये का यह घोटाला 2012 में हुआ था।
5- रिपोर्ट में कहा गया कि प्राइवेट कंपनियों से 385 वॉटर टैंकर को हायर करने में पक्षपात किया गया।
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6- अगस्त 2015 में, कपिल मिश्रा ने मुख्यमंत्री केजरीवाल को लिखकर जानकारी दी कि यह रिपोर्ट सिर्फ दीक्षित सरकार के लोगों को ही नहीं बल्कि आप सरकार के लिए भी मुश्किल खड़ी कर सकती है।
7- कमेटी ने इस रिपोर्ट की एक कॉपी तब के तत्कालीन उपराज्यपाल नजीब जंग को भी भेजी और उनसे मामले में सीबीआइ या एंटी करप्शन ब्रांच से जांच कराने की मांग की गई।
8- जंग ने यह रिपोर्ट दिल्ली सरकार के एंटी करप्शन ब्रांच को भेज दी। जून 2016 में एसीबी ने कथित मामले में एफआइआर दर्ज की थी।
9- कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के लोगों को बचाने के लिए केजरीवाल घोटाले की रिपोर्ट दबा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह अरविंद केजरीवाल से मिले और बताया कि टैंकर घोटाले की रिपोर्ट आम करने के लिए वह और इंतजार नहीं कर सकते हैं। केजरीवाल से मुलाकात के बाद मिश्रा को मंत्री पद से हटा दिया था।
बता दें कि दिल्ली जल बोर्ड टैंकर घोटाले के साथ-साथ कपिल मिश्रा ने सत्येंद्र जैन द्वारा अरविंद केजरीवाल को दो करोड़ रुपये देने की शिकायत की थी, देर शाम उपराज्यपाल अनिल बैजल ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
उपराज्यपाल कार्यालय ने एसीबी निर्धारित समय सीमा के भीतर जांच रिपोर्ट तथा कार्रवाई करने का आदेश दिया है। बता दें कि आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को अपने जल मंत्री कपिल मिश्रा को दिल्ली कैबिनेट से और साथ ही जल मंत्री पद से हटा दिया था।
उन्हें पानी की सप्लाई में कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए पद से हटाया गया। वहीं कपिल मिश्रा ने रविवार को कहा कि टैंकर घोटाले में कार्रवाई की मांग की वजह से उन्हें पद से हटाया गया है। साथ ही कपिल मिश्रा ने अरविंद केजरीवाल और मंत्री सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप लगाए। कहा जा रहा है कि इस पूरे विवाद की शुरुआत टैंकर घोटाले की वजह से हुई है।