रूस: दो समुद्री जहाजों में आग से 11 लोगों की मौत, 15 भारतीय थे क्रू का हिस्सा

रूस और क्रीमिया को अलग करने वाले समुद्र में एक बड़ा हादसा हुआ है. यहां कर्च स्ट्रेट में समुद्र के अंदर दो जहाजों में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई. इन जहाजों में भारतीय, तुर्की और लीबिया के क्रू मेंबर्स थे. इनमें 15 भारतीय थे. हालांकि, जिनकी मौत हुई है, उनमें कितने भारतीय हैं, इसका आकंड़ा अभी तक नहीं आ पाया है.
जहाज में आग लगने की यह घटना सोमवार को रूस की समुद्री सीमा में हुई. इन दोनों जहाजों पर तंजानिया देश के झंडे लगे थे. इनमें से एक जहाज में लिक्विफाइड नेचुरल गैस (LNG) भरा था और दूसरा टैंकर था. यह हादसा उस वक्त हुआ जब एक जहाज से दूसरे जहाज में तेल दिया जा रहा था. इसी दौरान दोनों जहाजों में आग लग गई.
इनमें कैंडी नाम के जहाज में कुल 17 लोग थे. जिनमें 9 लोग तुर्की के नागरिक थे और 8 भारतीय थे. जबकि दूसरे जहाज मास्ट्रो में 15 क्रू मेंबर थे. इसमें 7 तुर्की और 7 भारतीय नागरिक थे. जबकि एक लीबिया का था, जो कि बतौर इंटर्न जहाज में था.
रूस की मीडिया के अनुसार दोनों जहाजों में 11 क्रू मेंबर्स की मौत हो गई है. बताया गया है कि जिस वक्त एक जहाज से दूसरे जहाज में तेल दिया जा रहा था, उस वक्त उनमें से एक में आग लग गई. दोनों के बीच दूरियां इतनी कम थीं कि जल्द ही दूसरे जहाज को भी आग की लपटों ने घेर लिया.
रूस मैरिटाइम एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के बाद रेस्क्यू टीम को तुरंत मौके पर भेजा गया. उन्होंने बताया कि जब जहाज में आग लगी तो उसमें मौजूद कुछ लोग समुद्र में ही कूद गए. बताया गया है कि जान बचाकर समुद्र में कूदने वाले 12 सदस्यों को बचाया जा चुका है. अभी भी 9 लोग लापता हैं. हालांकि, न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, अब तक 10 लोगों की मौत हुई है, जबकि 14 को बचाया जा चुका है.
खराब मौसम भी मुसीबत बना हुआ है. एजेंसियों की तरफ से जानकारी दी गई है कि समुद्र में मौसम सामान्य नहीं है, जिसके चलते पीड़ितों को मेडिकल इलाज के लिए नहीं ले जाया जा सका है.
बता दें कि कर्च स्ट्रेट बहुत ही महत्वपूर्ण समुद्री रास्ता है, जो रूस और यूक्रेन दोनों के लिए खासा महत्व रखता है. यह कर्च स्ट्रेट यूक्रेन की अर्थव्यवस्था का में बड़ा रोल निभाता है. साथ ही रूस के लिए क्रीमिया में जाने का भी यह सबसे महत्वपूर्ण जरिया है. रूस ने कर्च स्ट्रेट पर पुल बनाया है, जिसे पिछले साल ही मई महीने में खोला गया था.