दूसरे टी-20 मैच में वो होगा जो आजतक नहीं हुआ, टीम इंडिया कर सकती है ये कमाल

अब तक जबर्दस्त तरीके से अपना प्रभाव छोड़ने वाली विराट सेना मंगलवार को जब यहां दूसरे टी-20 मैच में विचलित ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर उतरेगी तो उसका उद्देश्य एक और सीरीज पर कब्जा जमाने का होगा। टीम इंडिया में हार्दिक पांड्या, चहल और कुलदीप यादव जैसे युवा खिलाड़ियों का जोश है तो वहीं दूसरी तरफ धौनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के टीम में होने से टीम में अनुभव की भी कोई कमी नहीं है। यही वजह है कि भारतीय टीम इस दौरे पर कंगारुओं पर हर डिपार्टमेंट में इक्कीस साबित हुई है। दूसरी ओर, मेहमान टीम को 13 अक्टूबर को हैदराबाद में होने वाले अंतिम टी-20 मैच से पहले इस सीरीज में बराबरी हासिल करने के लिए अपने खेल को सुधारना होगा।
भारत का दबदबा: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अब तक सीमित ओवर की सीरीज एकतरफा रही है। वनडे सीरीज में विराट कोहली एंड कंपनी ने 4-1 से जीत दर्ज की थी। इसके बाद रांची में वर्षा से बाधित पहले टी-20 मैच को नौ विकेट से जीतकर भारत ने तीन मैचों की इस सीरीज में भी अपना दबदबा बना लिया है। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के सामने अब तक खुलकर नहीं खेल सके हैं। इन दोनों स्पिन गेंदबाजों ने चार वनडे और एक टी-20 में मिलकर 16 विकेट झटके हैं। दोनों ने भारतीय टीम की जीत में सूत्रधार की भूमिका निभाई है।
हैरानी की बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया के अधिकांश बल्लेबाज आइपीएल में खेलते हैं और हालात से बखूबी वाकिफ हैं, लेकिन इसके बावजूद वह मौजूदा सीरीज में अब तक नाकाम रहे हैं। दूसरी ओर, भारतीय टीम ने खेल के हर विभाग में उम्दा प्रदर्शन किया है। भारत के लिए सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने वनडे सीरीज के बाद रांची में टीम में वापसी की और अच्छे शॉट लगाए। उनकी सफल वापसी के मायने है कि टीम को फॉर्म में चल रहे अजिंक्य रहाणे की कमी नहीं खलेगी।
ऑस्ट्रेलिया के लिए आसान नहीं चुनौती : कप्तान स्टीव स्मिथ चोट के कारण सीरीज से बाहर हो गए हैं, लिहाजा भारतीय स्पिन चुनौती का सामना करना ऑस्ट्रेलिया के लिए आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया के लिए विस्फोटक बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल की खराब फॉर्म भी चिंता का विषय बना हुआ है, जिन्होंने वनडे में 39, 14 और पांच रन बनाए और टी-20 मैच में 17 रन ही बना सके। उन्हें हर मैच में चहल ने आउट किया, जिससे साबित होता है कि लेग स्पिन उनकी कमजोर कड़ी है। हालांकि, एरोन फिंच ने मैक्सवेल का बचाव करते हुए कहा, ‘हमने उन्हें इन हालात में आक्रामक बल्लेबाजी करते देखा है। वह नेट पर अच्छी बल्लेबाजी कर रह हैं और बस एक बड़ी पारी की जरूरत है।’ वनडे सीरीज में सर्वाधिक दस विकेट लेने वाले नाथन कूल्टर-नील ने अच्छा प्रदर्शन किया है, जबकि तेज गेंदबाज जेसन बेहरेनडॉर्फ ने रांची में अपने पहले ही मैच में बेहतरीन गेंदबाजी की।
पहला अंतरराष्ट्रीय मैच: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला जाने वाले दूसरे टी-20 मैच में वो होगा जो आजतक नहीं हुआ। ये मैच इसलिए खास है क्योंकि एसीए-बारसापारा स्टेडियम में यह पहला अंतरराष्ट्रीय मैच होगा। देश में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्थलों की सूची में इजाफा हो जाएगा। एसीए-बारसापारा स्टेडियम पिछले रणजी सत्र में सुर्खियों में रहा था जब हैदराबाद ने हिमाचल प्रदेश को 36 रन पर आउट कर दिया था जो 2000 के बाद से रणजी ट्रॉफी में चौथा न्यूनतम स्कोर है। इस मैच को जीतकर टीम इंडिया टी-20 मौजूदा सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त बनाकर सीरीज़ भी अपना नाम करना चाहेगी। इसी के साथ टीम इंडिया अगर आज का मैच भी जीत जाती है तो वो एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेगी। ये जीत ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ भारत की क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में लगातार आठवीं जीत भी होगी।