सीएम राइज स्कूलों में गंदा पानी पीने को मजबूर छात्र, नलो मे जमी काई, फफूँद

स्कूलों में बच्चों को पीने के लिए गंदा पानी मिल रहा है।एक तरफ बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छता के तमाम उपाय किये जा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ छात्र गंदा पानी पीने को मजबूर है। जिससे बच्चे कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं
आमला,रोहित दुबे।। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के साथ ही अच्छी सुविधा देने का दावा करती है, लेकिन हकीकत इससे एकदम अलग है. प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर के स्कूलों में पेयजल की सुविधा नदारद देखने को मिल रही है। नगर के सीएम राइज स्कूल का निरीक्षण किया गया और पाया की यहां पानी पीने लायक नहीं है। पेयजल वितरण की पाइप सहित नलो मे कज्जी फ्फूँद जमा दिखाई दे रही है बीते कई महीनो से स्कूल के छात्र शिक्षको को पेयजल टंकी व पाइप लाइन सफाई करवाने का बोल रहे लेकिन शिक्षको के कान पर जु तक नही रेंग् रही जबकि सीएम राइज प्रचार्य के कक्ष के सामने लगे पेयजल शिंक साफ स्वच्छ है लेकिन परिसर मे अन्य दो स्थानों पर लगे नलो के आसपास गंदगी का आलम है वही पेयजल नलो मे फफूँद काई कज्जी जमी है इसके आलावा नलो के पास कीचड और गंदगी है। जिसकी शिक्षको द्वारा कोई सफाई नही करवाई जाती है ।
पानी नहीं पीने लायक
बात अगर करें आमला ब्लाक की तो यहां दर्जनों ऐसे स्कूल हैं जहां पर छात्रों के लिए शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नहीं है और ना ही पानी की शुद्धता की जांच कराने की ही कोई व्यवस्था है। ऐसे में मजबूर होकर बच्चे घर से ही पानी लेकर आ रहे हैं.
पानी की जांच की नहीं है व्यवस्था
स्वच्छ पानी से ही बीमारियों को दूर रखा जा सकता है. लेकिन पानी की शुद्धता की जांच के लिए कोई इंतजाम नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में से ही बच्चे पानी पीते हैं ,और दूषित पानी पीने से कई प्रकार की बीमारियों के शिकार होते हैं। बच्चे ज्यादातर टाइफाइड, पीलिया, डायरिया सहित कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होते हैं।
बच्चों को हो रही परेशानी
पानी न मिलने के कारण स्कूल टाइम में बच्चों को पीने के लिए पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ता है। बच्चे अपने घरों से बोतल में पानी लेकर आते हैं। पीने का पानी खत्म होने पर स्कूल से निकल कर बाहर भी जा कर पानी पीते हैं. ऐसे में बच्चों के साथ कभी भी कोई अनहोनी घटना हो सकती है. उसके बावजूद भी विभाग, स्कूल मे शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने की व्यवस्था नहीं करवा पा रहा है और न ही पेयजल टंकियों की सफाई नियमित सफाई करवाई जाती है अगर विभाग पेयजल समस्या का समय रहते समाधान नहीं करता है, तो आने वाले दिनों में बच्चों को खराब पानी पीने के कारण कई तरह की बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है।
प्राचार्य बोले दिखवायेंगे
सीएम राइज के प्राचार्य राजेश खेरवाल का कहना है की दिखवाते है अगर पेयजल नलो के पास गंदगी है तो सफाई करवा देंगे।
इनका कहना ह
इस मामले मे शिक्षा विकासखंड अधिकारी एल एन प्रजापति का कहना है अगर पेयजल मे इस तरह की लापरवाही है तो वे स्वयं जाकर निरीक्षण करेंगे इस तरह की लापरवाही से बच्चों के स्वास्थ पर विपरीत असर पड़ेगा।