सीएम ने किया प्रसिद्ध व्यापारिक जौलजीबी मेले का शुभारंभ

प्रदेश के सीएम ने कहा जौलजीबी मेला भारत नेपाल की साझी संस्कृति का वाहक है। इस मेले के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार गंभीर है। राज्य में सभी प्राचीन मेलों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार हर संभव सहयोग दे रही है।
मंगलवार को सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने ऐतिहासिक जौलजीबी मेले का शुभारंभ किया।उन्होंने मेले में आए लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि काली व गोरी नदी के संगम तट पर आयोजित यह मेला भारत और नेपाल के आपसी संबंधों को भी मजबूत करता है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच जिस तरह से रोटी बेटी के संबंध रहे हैं, यह मेला उसी तरह दोनों देशों की साझी संस्कृति को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देता आ रहा है। सीएम ने कहा कि सरकार मेलों, महोत्सवों को लोक संस्कृति के संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण अवसर समझती है। इसलिए इनके आयोजन को प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह व्यापारिक मेला सीमांत के लोगों के लिए खरीदारी के साथ सांस्कृतिक विरासत के आदान प्रदान का केन्द्र रहा है। इससे पूर्व मेला समिति ने सीएम का जौलजीबी पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। जिससे सीएम अभिभूत नजर आए।
सीएम ने विभिन्न विभागों के स्टालों का किया निरीक्षण:
सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने जौलजीबी मेले में विभिन्न सरकारी विभागों की तरफ से लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने स्थानीय उद्यमियों की तरफ से लगाए गए स्टाल को भी देखा। सीएम ने कई उद्यमियों से उनके उत्पाद को लेकर भी बात की और उन्हें प्रोत्साहित किया।
सेना के कुमाऊं स्काउट्स के जैज बैंड ने किया सीएम का स्वागत:
सीएम का कुमाऊं स्काउट्स के जैज बैंड से मेला स्थल पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। सेना के बैंड की स्वागत धुन व काली गोरी गंगा के कर्णप्रिय स्वरों ने मेला स्थल को पूरी तरह से संगीतमय बना दिया। कई स्कूली बच्चों व स्थानीय महिलाओं ने भी सीएम का पंरपरागत तरीके से स्वागत किया।