राम रहीम की जान को खतरा? पहले जेल अधिकारी चखते हैं बाबा का खाना

बलात्कार मामले में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को जेल में पूरी सुरक्षा के साथ भोजन परोसा जा रहा है. राम रहीम की जान को खतरा होने के कारण सुनारिया जेल के अधिकारी भी किसी तरह का जोखिम नहीं उठा रहें. मुजरिम राम रहीम को खाना देने से पहले उसकी जांच की जाती है. भोजन की जांच प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाती है. इसके साथ ही भोजन के नमूने को 48 घंटो के लिए सुरक्षित रखा जाता है.

सिरसा में डेरा मुख्यालय में दो साध्वियों के साथ बलात्कार करने के मामले में 25 अगस्त को दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा प्रमुख एक महीने से जेल की सजा काट रहे हैं.

हरियाणा जेल विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया,”जेल में राम रहीम की जान को खतरा होने के कारण हमें उनकी सुरक्षा के बारे में बहुत सावधान रहना होगा. खुफिया एजेंसियों ने पहले ही इस संबंध में अपनी निविष्टियां दे दी हैं.”

उन्होंने आगे बताया, “हमें उसके खाने पर नजर रखनी पड़ रही है क्योंकि कोई भी इसमें जहर मिलाने की कोशिश भी कर सकता है. सभी कैदियों के लिए भोजन सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में पकाया जाता है. डेरा प्रमुख को खाना देने से पहले उसे जेल विभाग के वरिष्ठ अधिकारीयों द्वारा चखा जाता है. अधिकारियों द्वारा भोजन चखने के दौरान पूरी प्रक्रिया को रिकॉर्ड किया जाता है. हर दिन की रिकॉर्डिंग को एक हफ्ते तक सुरक्षित रखा जाता है.”

जेल में डेरा प्रमुख के कक्ष को लगातार बदला जाता है, ताकि किसी को उसके स्थान का पता ना चल पाए. इसके साथ ही उसके बैरक के आसपास कड़ी सुरक्षा का भी प्रबंध किया गया है.

हरियाणा के जेल महानिदेशक केपी सिंह ने कहा, “नियमित जेल अधीक्षक के अलावा, एक अतिरिक्त जेल अधीक्षक को भी जेल में सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल के लिए तैनात किया गया है. जेल अधिकारियों और न्यायिक अधिकारियों द्वारा जेल की सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की जाती है.” के पी सिंह ने बताया कि उन्होंने कुछ दिनों पहले ही जेल में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया था.

राम रहीम की बैरक में केवल तीन अन्य कैदी हैं, लेकिन ये सभी सभी अलग-अलग कमरे में बंद हैं. जेल अधिकारी ने कहा,”यह हमारी रणनीति का हिस्सा है. तीनों कैदियों को उम्र कैद की सजा सुनाई गई है.लेकिन अगले कुछ वर्षों में उनके रिहा होने की संभावना है. हमें लगता है कि इनमें से कोई भी राम रहीम को नुकसान नहीं पहुंचाएगा क्योंकि ऐसी किसी भी तरह की कार्रवाई उनके रीहाई में अड़चन पैदा करेगी.”

जेल अधिकारी ने आगे बताया, “डेरा प्रमुख अपने बैरक में घूम सकते हैं और अन्य कैदियों से भी मिल सकते हैं. लेकिन वह अपने बैरक क्षेत्र से बाहर नहीं जा सकते, और कोई भी अपने क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकता. आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए एक अधिकारी को उनके बैरक के सामने रखा गया है. उनके खिलाफ कैदियों द्वारा हिंसा करने की आशंका है जिस कारण हमें इस तरह की सावधानी बरतनी पड़ रही है. ” कैदी राम रहीम को बैरक से पुस्तकालय तक या पंचकूला अदालत में पेश होने के लिए जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए ले जाया जाता है. डेरा प्रमुख पर अभी भी दो हत्या के मामले में मुकदमा चल रहा है.

अधिकारी ने जेल में डेरा प्रमुख के व्यवहार के बारे में बताते हुए कहा, “वह सामान्य कैदियों की तरह व्यवहार करता है.”