यकृत के लिए नेचुरोपैथिक उपाय हो सकते हैं लाभकारी

गेस्ट्रो हिपेटिक पैक
जीएच-पैक यानी गेस्ट्रो हिपेटिक पैक में रोगी को लिटाकर आधे घंटे के लिए उसके पेट पर हॉट वाटर बैग और इतने ही समय के लिए कमर पर आइस बैग रखा जाता है। इस दौरान मरीज को खाने-पीने की मनाही होती है।
कटि स्नान
इस इलाज में कटि स्नान उपयोगी है। इसमें विशेषज्ञ की देखरेख में रोगी को 15 मिनट गर्म पानी और 5 मिनट ठंडे पानी में बिठाया जाता है। इस प्रयोग के फौरन बाद कुछ खाना नहीं चाहिए और न ही आधे घंटे तक नहाएं। जिन लोगों को त्वचा संबंधी रोग या घाव हों, उन्हें यह स्नान नहीं कराया जाता।
गर्म-ठंडा सेक
पेट के दाईं ओर ऊपर की तरफ गर्म-ठंडे पानी का सेक दो-दो मिनट के लिए करें। खाली पेट लगातार पांच बार ऐसा करने से लाभ होगा। गुनगुने पानी में 20 मिनट तक बैठने से भी लिवर संबंधी रोगों में लाभ होता है।