पांच मिनट तक जबरदस्ती किस करता रहा हीरो, रो पड़ी थीं 15 साल की रेखा
रेखा नाम तो सुना ही होगी। हिन्दी सिनेमा की ये सदाबहार अभिनेत्री किसी परिचय की मोहताज नहीं। 10 अक्टूबर 1954 को चेन्नई (तब मद्रास) में पैदा हुई रेखा के पिता जैमिनी गणेशन मशहूर तमिल अभिनेता और माँ पुष्पावल्ली तेलुगु अभिनेत्री थीं। बचपन से ही फिल्मी माहौल में पली-बढ़ी रेखा ने किशोरावस्था में ही फिल्मी करियर की शुरुआत कर दी थी। उनकी पहली फिल्म 1966 में आई तेलुगु फिल्म रंगीला रत्नम थी। हिन्दी सिनेमा में भी रेखा ने बालिग होने से पहले ही पदार्पण कर लिया था। पत्रकार यासीर उस्मान द्वारा लिखी रेखा की जीवनी “रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी” में ऐसे ही एक वाकये जिक्र है जब नाबालिग रेखा को एक असहज स्थिति का सामना करना पड़ा था।
यासीर उस्मान की किताब में दिये गये ब्योरे के अनुसार नाबालिग रेखा महबूब स्टूडियो में हिन्दी फिल्म अंजाना सफर की शूटिंग कर रही थीं। उस समय उनकी उम्र करीब 15 साल थी। विश्वजीत चटर्जी फिल्म के हीरो थे। राजा नवाथे फिल्म के निर्देशक थे। किताब के अनुसार फिल्म के एक दृश्य में हीरो-हिरोइन के बीच अंतरंगता दिखानी थी। शूटिंग से पहले रेखा को सीन की डिटेल नहीं पता थीं। निर्देशक और हीरो ने आपस में सीन को लेकर एक ऐसी योजना बना ली थी जिसके बारे में उन्होंने रेखा को नहीं बताया। निर्देशक के एक्शन बोलते हुए हीरो विश्वजीत ने पहले रेखा को अपनी बाहों में ले लिया। लेकिन अचानक ही विश्वजीत ने रेखा को चूमना शुरू कर दिया। रेखा को इस किसिंग सीन के बारे में कुछ नहीं पता था। फिल्म की शूटिंग के समय मौजूद स्टाफ तालियां बजाने लगा। विश्वजीत लगातार पाँच मिनट तक रेखा को किस करते रहे। उसके बाद निर्देशक ने कट बोला और सीन खत्म हुआ। पूरे सीन के दौरान रेखा ने आँखें कसकर भींच रखी थीं लेकिन सीन खत्म होने के बाद जब उन्होंने आँखें खोलीं तो वो आँसुओं से भरी हुई थीं।