पीएम ने कहा, वर्ल्ड बैंक चला चुके लोग भी भारत की रैंकिंग पर उठा रहे सवाल
दिल्ली के प्रवासी भारतीय केंद्र में आर्थिक सुधारों पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भारत की रैंकिंग पर कांग्रेस राजनीति कर रही है. उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक में काम कर चुके लोग भी भारत की रैंकिंग में हुए सुधार पर सवाल उठा रहे हैं. बताया जा रहा है कि उनका यह बयान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कटाक्ष है.
पीएम ने कहा, कुछ लोग भारत की रैंकिंग में सुधार को समझ नहीं पा रहे हैं. भारत की रैंकिंग सुधर कर 100 होने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता है. कुछ लोग तो वर्ल्ड बैंक में काम कर चुके हैं. मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि यदि उसी समय कानून सुधार किए जाते तो उस सरकार को भी इसका श्रेय मिलता.
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन लोगों ने देश की तरक्की के लिए कुछ भी नहीं किया है. लेकिन सवाल पर सवाल पूछ रहे हैं.
पीएम ने कहा, साल 2004 में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की प्रक्रिया शुरू हुई थी. इसके बाद साल 2014 तक किसकी सरकार रही यह सबको पता है. मैं देश का ऐसा पीएम हूं जिसने वर्ल्ड बैंक की इमारत भी नहीं देखी है. जबकि मुझसे पहले वर्ल्ड बैंक को चलाने वाले यहां बैठा करते थे. इन लोगों को इस रैकिंग पर सवाल उठाने की जगह मिलजुलकर न्यू इंडिया बनाने की ओर प्रयास करना चाहिए.