611 स्टूडेंट में से 606 का हुआ प्लेसमेंट, कैंम्पस के लिए आईं थी 200 कंपनियां
इंदौर.नोटबंदी के कारण रोजगार घटने की अटकलों को खारिज करते हुए आईआईएम इंदौर के 611 छात्रों में से न सिर्फ 606 को प्लेसमेंट मिला, बल्कि पिछले साल की अपेक्षा अधिकतम पैकेज 15.62 फीसदी तक बढ़ गया। पिछले साल अधिकतम सालाना पैकेज 32 लाख रुपए था, जो इस बार 37 लाख पहुंच गया। औसत सालाना पैकेज में भी 3.57 प्रतिशत का इजाफा है। पिछले साल के 15.67 लाख रुपए से बढ़कर यह इस बार 16.23 लाख पहुंच गया है। इस बार 200 कंपनियां प्लेसमेंट के लिए आईआईएम में आई थीं। खास बात यह रही कि इनमें से 74 कंपनियां पहली बार आईं।
तीन दिन पहले आईआईएम इंदौर प्रबंधन ने प्लेसमेंट रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें यह बात सामने अाई थी कि कंपनियों ने सभी 611 छात्रों को जॉब ऑफर किया था। इनमें से पांच ने स्टार्टअप की राह चुनी थी। अब औपचारिक रिपोर्ट में यह सामने आया है कि इन सबका पैकेज भी बढ़ा है।
स्टार्ट-अप का भी बढ़ेगा क्रेज
611 छात्रों को ऑफर किया था जॉब
05 छात्रों ने चुनी स्टार्ट-अप की राह
200 कंपनियां आई थीं प्लेसमेंट के लिए
74 कंपनियों ने पहली बार दी दस्तक
आईआईएम इंदौर में फिलहाल पीजीपी (पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम) के 450 छात्र हैं, जबकि 120 छात्र आईपीएम (इंटिग्रेटेड प्रोग्राम अॉफ मैनेजमेंट) कोर्स के हैं। 41 छात्र मुंबई कैंपस में हैं। इन्हें जॉब मिल गया है। अब यह माना जा रहा है कि चूंकि आईआईएम कैंपस में इन्क्यूबेशन सेंटर शुरू हो चुका है। इसलिए अगले साल ज्यादा छात्र खुद का बिजनेस (स्टार्ट-अप) शुरू करने में रुचि दिखाएंगे।
28 फीसदी ज्यादा जॉब फाइनेंस सेक्टर में
आईआईएम इंदौर के छात्रों का इंटरनेशनल पैकेज (विदेश में जॉब के लिए) भी 30 फीसदी बढ़ गया है। पिछले साल यह 30 लाख था। इस बार यह 39 लाख पर पहुंच गया। प्लेसमेंट रिपोर्ट में सबसे अहम बात यह है कि इस बार फाइनेंस और स्ट्रेटजी एंड कंसल्टेंट सेक्टर में 28 फीसदी ज्यादा जॉब दिए गए। यानी, नोटबंदी का असर इन सेक्टर पर नहीं पड़ा।