उ. कोरिया पर संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद की बड़ी कार्रवाई, लगाया बैन

संयुक्‍त राष्‍ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को सर्वसम्‍मति से उत्‍तर कोरिया पर प्रतिबंध लगा दिया। गत 3 सितंबर को देश का छठा शक्‍तिशाली परमाणु परीक्षण को देखते हुए ऐसा किया गया है। सभी सदस्‍य देशों ने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में 15-0 से वोट देकर इस संरा के इस कदम के प्रति सहमति जतायी। साल 2006 से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया के ख़िलाफ नौ प्रस्तावों को एकमत से मंजूरी दे चुकी है।

इसके तहत उत्तर कोरिया भेजे जाने वाले कोयला, लीड और सीफूड पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा। उत्तर कोरिया से कपड़ों के निर्यात पर रोक को मंजूरी दी गई है। इसके अलावा उत्तर कोरिया मौजूदा तय सीमा तक ही कच्चे तेल का आयात कर सकेगा। बता दें कि साल 2006 से संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद उत्तर कोरिया के खिलाफ नौ प्रस्तावों को एकमत से मंजूरी दे चुकी है।

उत्तर कोरिया लगातार अमेरिका पर हमले की धमकियां दे रहा है। हाइड्रोजन बम के परीक्षण के बाद अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर सख्त प्रतिबंध की बात की थी। तेल पर प्रतिबंध के अलावा अमेरिका ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग की संपत्ति की जब्त करने की मांग थी।

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने कहा, ‘आज हम दुनिया को यह बता रहे हैं कि हम कभी परमाणु हथियारों से लैस उत्तर कोरिया को स्वीकार नहीं करेंगे। सुरक्षा परिषद कह रहा है कि अगर उत्तर कोरिया शासन ने अपना परमाणु कार्यक्रम बंद नहीं किया, तो हम उसे रोकने के लिए खुद कदम उठाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हमने कोशिश की कि शासन सही कार्य करे। अब हम गलत काम करते रहने की क्षमता हासिल करने से उसे रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं।’ हेली ने कहा कि इसके लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रमों को ईंधन एवं धन मुहैया करवाने वाले साधनों को निशाना बना रहा है।

अमेरिकी राजदूत ने जिक्र किया कि उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार बनाने में तेल की मुख्य भूमिका है। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव के तहत गैस, डीजल और भारी ईंधन तेल में 55 फीसद तक कटौती से उत्तर कोरिया को मिलने वाले तेल में कमी आएगी।