मंदी में भी अमीर हुए और अमीर, मुकेश अंबानी फिर शीर्ष पर

रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी लगातार 10वें साल भारत के कुबेर बने हुए हैं। उनकी कुल संपत्ति बढ़कर 38 अरब डॉलर हो गई है। पिछले एक साल में उनकी संपत्ति 67 फीसदी बढ़ी और इसके साथ ही वह एशिया के पांच शीर्ष रईसों में शुमार हो गए।

वहीं देश में आर्थिक मंदी के दावे के बाद भी 100 शीर्ष अमीरों की संपत्ति में 26 फीसदी का इजाफा हुआ है। फोर्ब्स मैगजीन की ‘इंडिया रिच लिस्ट 2017’ में यह जानकारी दी गई है।

अरबपतियों पर नाममात्र का असर

फोर्ब्स ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आर्थिक प्रयोगों’ का भारत के अरबपतियों पर नाममात्र का असर पड़ा है। पिछले एक साल के दौरान मुकेश अंबानी की संपत्ति में 15.3 अरब डॉलर यानी 67 फीसदी की वृद्धि हुई है। वह देश के सबसे धनी बने रहने के साथ ही एशिया के पांच शीर्ष धनवानों में शामिल हो गए हैं।

देश की तीसरी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो के अजीम प्रेमजी 19 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर काबिज हुए हैं। गत वर्ष की तुलना में वह दो पायदान ऊपर चढ़े हैं।

दवा कंपनी सन फार्मा के मालिक दिलीप सांघवी 12.1 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ नौवें स्थान पर आ गए। पिछले साल वह दूसरे नंबर पर थे।

अनिल अंबानी 32 से 45 पर, आचार्य बालकृष्ण की छलांग

मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी 32वें स्थान पर 45 पर लुढ़क गए हैं। उनकी संपत्ति 3.15 अरब डॉलर आंकी गई, जो 2016 में 3.4 अरब डॉलर थी।

पतंजलि आयुर्वेद के प्रणेता योगगुरु रामदेव के करीबी आचार्य बालकृष्ण ने इस बार लंबी छलांग लगाई है। वह 6.55 अरब डॉलर (43 हजार करोड़ रु.) की संपत्ति के साथ 19वें स्थान पर आ गए, जबकि गत वर्ष वह 48वें स्थान पर थे।

नोटबंदी-जीएसटी बेअसर, शेयर बाजार से बढ़ी कमाई

फोर्ब्स पत्रिका ने कहा, भारत की आर्थिक स्थिति लड़खड़ाने व नोटबंदी, जीएसटी जैसे कदमों से जीडीपी तीन साल के निचले स्तर 5.7 पर आने के बाद भी 100 अमीरों की संपत्ति संयुक्त तौर पर 26 फीसदी बढ़ी है। यह 31 लाख करोड़ रुपए (479 अरब डॉलर) से अधिक हो गई। इसकी मुख्य वजह भारतीय शेयर बाजारों में आई तेजी व इंडेक्स का नई ऊंचाइयां हासिल करना रहा।

हिंदूजा तीसरे, मित्तल चौथे पर

हिंदुजा बंधु 18.4 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर, लक्ष्मी मित्तल 16.5 अरब डॉलर के साथ चौथे, पालोनजी मिस्त्री 16 अरब डॉलर के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
नुस्ली वाडिया व पेटीएम के विजय शर्मा पहली बार सूची में पहली बार शामिल होने वालों में नुस्ली वाडिया 5.6 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ 25वें स्थान पर रहे, जबकि पहली बार शामिल होने वाले शीर्ष पांच अमीरों में ई-गवर्नेंस समाधान देने वाली कंपनी वक्रांगी के दिनेश नंदवाना 1.72 अरब डॉलर के साथ 88वें, मोबाइल वॉलेट पेटीएम के विजय शेखर शर्मा 1.47 अरब डॉलर के साथ 99वें तथा यस बैंक के राणा कपूर 1.46 अरब डॉलर के साथ 100 वें स्थान पर रहे।