पोलार्ड की शर्मनाक हरकत, इस बल्लेबाज़ को शतक से रोकने के लिए की नोबॉल

क्रिकेट मैच के दौरान कई ऐसे पल होते हैं जब आपको अच्छी स्पोर्टमैनशिप देखने को मिलती है वहीं दूसरी तरफ नकारात्मक उदाहरण भी मिल जाते हैं. ऐसे उदाहरण हमेशा फैंस को चौंका देते हैं. हाल ही में वेस्टइंडीज़ के धुरंधर खिलाड़ी कीरोन पोलार्ड का भी नाम ऐसी शर्मनाक घटना से जुड़ गया. मैच के दौरान उन्होंने कुछ ऐसा किया वो सुर्खियों में लगातार बने हुए हैं. दरअसल, पोलार्ड ने कैरेबियन प्रीमियर लीग (सीपीएल) में एविन लुईस को रिकॉर्ड तेज़ शतक बनाने से रोकने के लिए जानबूझकर नोबॉल डाली.

एविन लुइस की तूफानी बैटिंग
वेस्टइंडीज में आयोजित होने वाली इस लीग में कई विदेशी खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. सीपीएल के मैचों में भी आए दिन नित नए रिकॉर्ड बन रहे हैं. इसी लीग के दौरान वेस्टइंडीज टीम के ओपनर एविन लुइस की बल्लेबाजी का कैरेबियाई प्रीमियर लीग (सीपीएल) के 30वें मैच में ज़बरदस्त तूफान देखने को मिला. लुइस ने इस मैच में एक ऐसा कारनामा करके दिखा दिया है, जो आजतक उनके सीनियर खिलाड़ी क्रिस गेल भी नहीं कर पाए हैं. इसी मैच के दौरान लुइस की तूफानी पारी ने उनके एक सीनियर खिलाड़ी को बेईमानी करने पर भी मजबूर कर दिया है.

32 गेंदों में जड़े 97 रन

सीपीएल के 30वें मुकाबले में बारबडोस ट्राइडेंट्स और सैंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स के बीच एक मज़ेदार मैच देखने को मिला. क्रिस गेल टी20 क्रिकेट के बादशाह माने जाते हैं लेकिन इस मैच में एविन लुइस के परफॉर्मेंस को देखने के बाद ये कहना ज़रा मुश्किल है. दरअसल रविवार को बारबाडोस के खिलाफ इविन लुइस ने 32 गेंदों पर 97 रन की तूफानी पारी खेलते हुए गेंदबाजों को धूल चटा दी. इस दौरान उन्होनें 6 चौके और 11 छक्के लगाए.

देखते ही रह गए गेल
जिस वक्त एविन लुइस छक्के चौके लगा रहे थे उस दौरान दूसरे छोर पर कोई और नहीं बल्कि क्रिस गेल ही खड़े थे, जिन्हें टी-20 क्रिकेट का सबसे खतरनाक बल्लेबाज़ कहा जाता है. जिस तरह से एविन लुइस गेंदबाज़ों पर कहर बरसा रहे थे ये देखकर क्रिस गेल भी हैरान थे. इस मैच में क्रिस गेल 14 गेंद पर सिर्फ 22 रन ही बना सके जबकि लुइस ने 32 गेंदो में 97 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई.

पोलार्ड की शर्मनाक हरकत
सेंट किट्स के खिलाफ मैच के दौरान उन्होंने ओपनर लुइस को शतक से रोकने के लिए जानबूझकर नो बॉल कराई जिससे वो अपना शतक पूरा नहीं कर सके. जिस वक्त लुइस 97 रन पर खेल रहे थे, पैट्रियट्स की टीम जीत के लिए सिर्फ एक रन दूर थी.

वहीं, लुइस को शतक बनाने के लिए एक बाउंड्री की ज़रूरत थी और जिस अंदाज़ में वह खेल रहे थे, ऐसा लग रहा था कि वह बाउंड्ररी के साथ अपना शतक भी पूरा कर लेंगे. लेकिन विपक्षी टीम के कप्तान पोलार्ड ने नो बॉल फेंक दी.

अगर वह नो बॉल नहीं भी होती तो भी उसे वाइड करार दिया जाता. इस तरह से पोलार्ड ने जानबूझकर लुइस को रिकॉर्ड बनाने से रोक लिया. इस घटना के बाद से पोलार्ड की काफी आलोचना हुई.