जेटली ने कहा, एक हो सकते हैं 12 और 18% GST टैक्स स्लैब

जीएसटी दरों में बदलाव हो सकता है. बदलाव की इस प्रक्रिया में जीएसटी के तहत चार स्लैब्स में दो 12 और 18 फीसदी को एक किया जा सकता है. ये संकेत वित्त मंत्री अरुण जेटली ने दिए. उन्होंने कहा कि स्लैब का रेशनलाइजेशन किया जाएगा, हालांकि इसकी कोई तारीख नहीं बताई. उन्होंने यह भी नहीं बताया कि दोनों को मिलाने के बाद बनने वाला स्लैब क्या होगा, यानी 12 और 18 फीसदी के बदले कौन टैक्स की कौन सी दर अस्तित्व में आएगी.
अभी चार स्लैब हैं अस्तित्व में
अभी जीएसटी में 5 प्रतिशत, 12 प्रतिशत, 18 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के रेट्स हैं. इनके अलावा लग्जरी और सिन गुड्स के लिए अलग स्लैब है. इसी तरह कुछ चीजों पर जीएसटी नहीं लगाया गया हैं, यानी जिस पर टैक्स शून्य है.
सभी चीजों पर एक स्लैब संभव नहीं
जेटली ने कहा कि यदि दो दरों को एक कर दिया जाता है तो इसका महंगाई बढ़ जाएगी. जेटली ने यह भी कहा कि भारत जैसे देश में एक स्लैब नहीं हो सकता है, क्योंकि हमारे देश में गरीबों की आबादी ज्यादा है. उदाहरण के तौर पर, एक हवाई चप्पल और बीएमडब्लू कार पर एक टैक्स नहीं लगाया जा सकता है.
लोकसभा में केंद्रीय जीएसटी और एकीकृत जीएसटी से संबंधित दो विधेयकों को लोकसभा में बुधवार को पास कर दिया गया. वित्त मंत्री जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर में जीएसटी के विस्तार से देश के साथ उसके राष्ट्रीय एकीकरण की कल्पना पूरी हो रही है. उन्होंने जोर देकर कहा कि जम्मू एवं कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जा का मकसद आर्थिक रुकावट पैदा करना नहीं था. उन्होंने कहा कि जीएसटी राज्य के व्यापारियों और उपभोक्ताओं के हित में है.