यूएस राष्ट्रपति चुनाव: रूसी दखल मामले में फेसबुक, गूगल और ट्विटर ने दी गवाही

अमेरिका में पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूस के दखल मामले में फेसबुक, गूगल और ट्विटर गवाह के रूप में पेश हुए। आरोप है कि ऑनलाइन माध्यम से गलत जानकारी फैलाकर चुनाव अभियान को प्रभावित करने का प्रयास किया गया।
सीनेट की एक न्यासिक समिति इस मामले की जांच कर रही है। सुनवाई के दौरान फेसबुक और ट्विटर ने खुलासा किया कि कई अज्ञात रूस समर्थित अकाउंट द्वारा उनकी साइट का इस्तेमाल कर चुनाव संबंधी प्रचार सामग्री साझा और प्रसारित की गई, जिसके कारण राजनीतिक अस्थिरता पैदा हुई।
फेसबुक का अनुमान है कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान करीब 12.6 करोड़ लोगों यानी करीब एक तिहाई अमेरिकी आबादी ने रूस समर्थित प्रचार सामग्री देखी थी। ट्विटर और गूगल का भी यही मानना है कि रूस समर्थित समूहों ने चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया था।
ट्विटर ने कहा कि उसने रूसी नागरिकों द्वारा संचालित 2, 752 अकाउंट का पता लगाया है और चुनाव के दौरान 36 हजार से ज्यादा रूसी नागरिकों द्वारा 14 लाख से ज्यादा बार ट्वीट किया गया। वहीं गूगल ने खुलासा किया कि उसने यू ट्यूब पर चुनाव को प्रभावित करने के रूसी प्रयासों से जुड़े 1,108 वीडियो का पता लगाया है।
अब कांग्रेस गलत जानकारी वाले अभियानों का राष्ट्रपति चुनाव पर पड़ने वाले प्रभाव का पता लगाने की कोशिश कर रही है, जिसमें आश्चर्यजनक रूप से डोनाल्ड ट्रंप ने हिलेरी क्लिंटन पर जीत हासिल की थी।