MP के 5580 शिक्षकों को मिला तोहफा, सीएम शिवराज ने सौंपे नियुक्ति और बधाई पत्र, 3 वर्षों में 50 हजार शिक्षकों की हुई नियुक्ति, पीएम मोदी ने दी बधाई

मप्र विधानसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने हजारों शिक्षकों को बड़ा तोहफा दििया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को सत्र 2023-24 में नवनियुक्त 5 हजार 580 शिक्षकों को नियुक्ति और बधाई पत्र प्रदान किए ।खास बात ये है कि प्रदेश में 15,206 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। बीते 3 सालों में 49, 048 शिक्षकों की नियुक्ति हुई हैं। इस पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने राज्य सरकार को बधाई देते हुए कहा कि पिछले तीन वर्षों में हुई लगभग 50 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए राज्य सरकार बधाई की पात्र है।
मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूं- शिवराज सिंह चौहान
सीएम शिवराज ने कहा कि आप सब मेरे भांजे-भांजियाँ हैं और हमारा प्रेम व स्नेह का नाता है। शिक्षक अर्थात गुरू का दायित्व ग्रहण करने से मेरे मन में आपके प्रति आदर भाव है। गुरू का अर्थ अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना है। गुरू वह कुम्हार है जो माटी से जैसी चाहे मूर्ति बना दे। जैसा आप बच्चों को गढ़ना चाहेंगे गढ़ देंगे। आप पर ही आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को गढ़ने की जिम्मेदारी है। मैं सरकार नहीं, परिवार चलाता हूँ। हम सब एक परिवार हैं। नवनियुक्त शिक्षक लगातार बेहतर करने और अपने कार्य में नवाचार का निरंतर प्रयास करें। सदा प्रसन्न रहें, तनाव रहित रहें, प्रात: काल योग,व्यायाम, ध्यान को दिनचर्या का अंग बनाएं। इससे कार्यक्षमता बढ़ेगी और आप अपने पारिवारिक और शासकीय कार्यों में संतुलन बनाते हुए बेहतर परिणाम देंगे।
50 हजार शिक्षकों की भर्ती पर पीएम मोदी ने शिवराज सरकार को दी बधाई
कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पिछले तीन वर्षों में हुई लगभग 50 हजार शिक्षकों की भर्ती के लिए राज्य सरकार बधाई की पात्र है। आप सभी कड़ी मेहनत से यहाँ तक पहुँचे हैं, आगे भी आप सीखते रहने की प्रवृत्ति जारी रखें। सरकार ने ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफार्म IGOT Karmayougi तैयार किया है। शिक्षकगण इस सुविधा का अधिक से अधिक लाभ उठाने का प्रयास करें।नव नियुक्त शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने जा रहे हैं। विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करने में राष्ट्रीय शिक्षा नीति का प्रभावी योगदान है। इसमें पारम्परिक ज्ञान से लेकर भविष्य की टेक्नालॉजी को समान रूप से महत्व दिया गया है।
नए शिक्षा नीति और पीएम विश्वकर्मा योजना का जिक्र
मोदी ने कहा कि नई नीति में प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में भी नया पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। मातृ भाषा में पढ़ाई को लेकर विशेष प्रयास हुए हैं। सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अंग्रेजी न जानने वाले छात्रों के लिए उनकी मातृ भाषा में पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। पाठ्यक्रम में क्षेत्रीय भाषाओं की पुस्तकों पर बल दिया गया है। देश की शिक्षा व्यवस्था में ये बहुत बड़े बदलाव का आधार बनेगा। इस 15 अगस्त पर पीएम विश्वकर्मा योजना का ऐलान किया गया। इस पर लगभग 13 हजार करोड़ रूपये खर्च होंगे। अलग-अलग तरह के 18 हुनर से जुड़े परिवारों को हर प्रकार की सहायता दी जायेगी, जिससे युवाओं को अपना कौशल निखाने के अवसर मिलेंगे।
अबतक 50 हजार शिक्षकों की भर्ती
विगत तीन वर्षों में स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग में प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षकों के 49 हजार 48 पदों पर नियुक्ति आदेश जारी किए जा चुके हैं।
सत्र 2021-22 में स्कूल शिक्षा में 14 हजार 644 एवं जनजातीय कार्य विभाग में 6 हजार 335 शिक्षकों को नियुक्ति देकर कुल 20 हजार 979 शिक्षको की नियुक्ति की गई है।
सत्र 2022-23 में स्कूल शिक्षा में 11 हजार 903 एवं जनजातीय कार्य विभाग में 10 हजार 586 शिक्षकों को नियुक्ति देकर कुल 22 हजार 489 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
सत्र 2023-24 में स्कूल शिक्षा विभाग में 5 हजार 498 एवं जनजातीय कार्य विभाग में 82 शिक्षकों को नियुक्ति देकर कुल 5 हजार 580 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
वर्तमान सत्र 2023-24 में स्कूल शिक्षा विभाग में 15 हजार 206 पदों पर नियुक्ति की कार्यवाही प्रचलित है।