भारतीय बाजारों में फेस्टिव सीजन की धूम, लाखों-करोड़ों का होगा कारोबार

फेस्टिव सीजन का आगाज हो गया है। त्योहारी सीजन में कई लोगों की इनकम में भी वृद्धि होती है। ऐसे में इस फेस्टिव सीजन को लेकर बाजार विशेषज्ञों ने अनुमान जताया है कि इस फेस्टिव सीजन बिक्री में 15 फीसदी की वृद्धि देखने को मिल सकती है। ऐसे में कुल बाजार का आकार 2.50 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2.87 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इससे उपभोक्ता मांग, डिजिटल परिवर्तन के साथ ही रिटेल सेक्टर भी प्रेरित होगा।

इन कैटेगरी की बिक्री में होगी वृद्धि

इलेक्ट्रॉनिक्स

बाजार में प्रीमियम स्मार्टफोन और वर्क-फ्रॉम-होम गैजेट्स की बढ़ती मांग की वजह से इलेक्ट्रॉनिक्स के सामानों की बिक्री में 15 फीसदी की वृद्धि के साथ 74,750 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।

फैशन और क्लोथ

आज ऑफलाइन और ऑनलाइन शॉपिंग करना लोगों को काफी पसंद आता है। ऐसे में इस कैटेगरी में भी तेजी आने की उम्मीद है। अनुमान जताया जा रहा है कि इस श्रेणी में कुल बिक्री 46,000 करोड़ तक पहुंच जाएगा।

ऑटोमोबाइल

इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) और निजी वाहनों मांग में तेजी आ रही है। इस वजह से ऑटोमोबाइल श्रेणी की बिक्री 151,750 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।

गहने और सोना

दीवाली और धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है। ऐसे में इसकी कुल बिक्री 34,500 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। डिजिटल गोल्ड को लेकर लोगों की बढ़ती रूचि भी एक प्रमुख वजह है।

घरेलू उपकरण और फर्नीचर

स्मार्ट होम गैजेट्स और बड़े घरेलू उपकरणों की डिमांड के कारण बाजार में कुल बिक्री 23,000 करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है। वहीं, फर्नीचर की कैटेगरी भी 11,500 करोड़ रुपये तक बढ़ेगी।

ई-कॉमर्स

त्योहारी बिक्री के दौरान ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स में 15% वृद्धि की उम्मीद है, जिससे बाजार ₹28,750 करोड़ तक पहुंच सकता है, क्योंकि उपभोक्ता विशेष ऑफर्स और भारी छूट का लाभ उठाते हैं।

ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट में वृद्धि

ई-कॉमर्स की तेजी के साथ डिजिटल पेमेंट में भी वृद्धि हो रही है। लोग अब कुछ भी सामान खरीदने के लिए EMI और "अभी खरीदें, बाद में भुगतान करें" जैसे ऑप्शन का चयन करते हैं। यह सभी ऑप्शन भी लोगों को शॉपिंग की तरफ आकर्षित करते हैं।

भारतीय अर्थव्यवस्था में स्थिर वृद्धि और उच्च उपभोक्ता विश्वास के संकेत के साथ, आगामी त्योहारी सीजन अब तक का सबसे सफल होने की उम्मीद है। खुदरा विक्रेता हाइब्रिड शॉपिंग मॉडल के साथ तैयार हो रहे हैं, जो ऑनलाइन और इन-स्टोर अनुभवों का संयोजन कर रहे हैं, ताकि उपभोक्ता आसानी से त्योहारी खरीदारी का आनंद ले सकें। हम उपभोक्ता व्यवहार में एक गतिशील बदलाव देख रहे हैं। जहां सोना और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी पारंपरिक श्रेणियां अभी भी प्रमुख हैं, वहीं सस्टेनेबिलिटी और प्रीमियम उत्पादों में नए रुझान त्योहारी सीजन की खरीदारी में नई दिशा जोड़ रहे हैं।

2024 के त्योहारी सीजन में विभिन्न उपभोक्ता श्रेणियों में 15% साल-दर-साल वृद्धि की उम्मीद है। इसमें कुल बिक्री 2.87 लाख करोड़ रुपये तर पहुंच सकता है। इलेक्ट्रॉनिक्स, फैशन, ऑटोमोबाइल और गहनों जैसी श्रेणियों में मजबूत मांग इस वृद्धि को प्रेरित करेगी, जबकि ई-कॉमर्स और डिजिटल भुगतान भारतीय खुदरा क्षेत्र को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।