पहाड़ी राज्यों के बाद अब मैदानी इलाकों में मंडराया बाढ़ का खतरा, यूपी में भारी बारिश से उफान पर यमुना-गंगा, एमपी के 31 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कहर ढाने के बाद अब बारिश ने उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में असर दिखाना शुरू कर दिया है।
राजधानी दिल्ली के बाद अब यूपी में भी बाढ़ जैसे हालात निर्मित हो रहे हैं। यहां के कई जिलों में भारी बारिश कहर बनकर लोगों पर टूट रही है। वाराणसी, मथुरा और प्रयागराज में गंगा और यमुना उफान पर हैं। इन नदियों का जलस्तर बढ़ने से यहां के कई घाट जलमग्न हो गए हैं। राज्य के बदांयू, बुलंदशहर और हापुड़ में गंगा नदी के पारी का स्तर बढ़ने से हालात बुरे बने हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, यूपी में आसमान से बरस रही इस आफत के चलते बीते 24 घंटे में 10 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
वहीं बात करें राजधानी दिल्ली की तो यहां कल हुई तेज बारिश ने एक बार फिर लोगों की मुसीबतें बढ़ा दी हैं। सिविल लाइन्स, लालकिला और कश्मीरी गेट समेत अन्य इलाकों में अब भी जलभराव की स्थिति बनी हुई है। राजधानी में यमुना नदी का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे तक नदी का जलस्तर 206.02 मीटर दर्ज किया गया था।
एमपी के 31 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 31 जिलों में रविवार को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलो में विदिशा, रायसेन, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, डिंडोरी के अलावा भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर, शहडोल संभाग के कुछ जिले शामिल हैं। विभाग के मुताबिक वर्तमान में राज्य में 3 सिस्टम एक्टिव हैं। जिस वजह से राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश हो रही है। वहीं बात करें बीते 24 घंटे की तो सागर जिले में हुई तेज बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति निर्मित हो गई है। यहां 1 दिन में 6 इंच तक बारिश दर्ज की गई, जिससे निचले इलाकों में जलभराव हो गया और सड़कें तालाब जैसी नजर आने लगी। उधर, बड़वानी में नर्मदा के पानी का स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। यहां के राजघाट में पानी का स्तर 125 मीटर तक पहुंच गया है, जो कि खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ज्यादा है।